दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
सिलक्यारा, उत्तरकाशी : दीपावली की सुबह उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में 41 मजदूर कैद हो गए थे तभी से शासन प्रशासन लगातार कैद मजदूरों को निकालने का हर संभव प्रयास कर रहा है इसी क्रम में आज अच्छी खबर सामने आ रही है अब कुछ ही घंटे में सुरंग में कैद मजदूर खुली हवा में सांस ले पाएंगे और अपने परिजनों से मिलेंगे।
इस संबंध में वहां मौजूद अधिकारियों ने आज शाम प्रेस ब्रीफिंग कर मीडिया कर्मियों को यह जानकारी दी।पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे एनएचएआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद ने बुधवार की शाम बताया कि चार पाइप और इन्सर्ट किये गए हैं। देर रात तक और भी पाइप सुरंग में डाले जाएंगे।
सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुँचने में अब 30 मीटर की दूरी रह गयी है। रात को चली आगर मशीन ने ड्रिल कर 24 मीटर पाइप सुरंग में डाल दिये है। अब कुल 45 मीटर तक पाइप पहुंच गए हैं। मजदूर लगभग 70 मीटर की दूरी पर फंसे हुए हैं।
उम्मीद जताई जा रही है कि अगर ड्रिलिंग में किसी प्रकार की अड़चन नहीं आये तो गुरुवार की सुबह तक फंसे मजदूर खुली हवा में सांस लेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि बड़कोट इलाके से भी रेस्क्यू टनल के 7 मीटर से अधिक खुदाई कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि सुरंग में फंसे मजदूरों से ऑडियो संपर्क भी स्थापित कर दिया गया। उन्हेंआवश्यक कपड़े,दवा व बना खाना लगातार भेजा जा रहा है।
इसके अलावा मजदूरों के मानसिक मनोबल को बढ़ाये जाने के लिए एक्सपर्ट की सहायता भी ले रहे हैं। यही नहीं, पूरे प्रदेश में फंसे मजदूरों की सुरक्षा व जिंदगी के लिए दुआ और प्रार्थना के लिए हजारों हाथ भी उठे हुए हैं।मजदूर लगभग 70 मीटर की दूरी पर फंसे हुए हैं।
प्रेस वार्ता में उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, सचिव नीरज खैरवाल,जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला,महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, एनएचएआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद, कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी मौजूद रहे।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रुद्रपुर से लौटते ही उत्तरकाशी के लिए रवाना हो गए और कुछ समय पूर्व ही मातली हेलीपैड में उतरे आज रात मुख्यमंत्री वहीं प्रवास पर रहेंगे।