दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
देहरादून शिक्षा मंत्रालय (एमओई) के इनोवेशन सेल द्वारा शिक्षकों और छात्रों के लिए इनोवेशन डिजाइन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (आईडीई) बूटकैंप के लिए राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के शिक्षक निर्मल कुमार न्योलिया और इनोवेटर छात्र दीपक कुमार का चयन हुआ है दीपक कुमार 11वीं कक्षा के छात्र है।
इस बूटकैंप का आयोजन 9 और 10 अप्रैल, 2024 को एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा में छात्र इनोवेटर्स, शिक्षकों और स्कूलों के लिए इनोवेशन डिजाइन और उद्यमिता (आईडीई) में संपन्न हुआ जो की देश के 18 केंद्रों में से एक है।
उद्घाटन सत्र में आईडीई बूटकैंप के प्रमुख ईग्रोथ के संस्थापक अतुल पुरी ने कहा कि एक महत्वाकांक्षी उद्यमी में इस यात्रा की चुनौतियों का सामना करने के लिए दृढ़ता और उत्साह होना चाहिए।
शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (एमआईसी) के स्टार्टअप फेलो नितिन कुमार ने बूटकैंप का उद्देश्य बताते हुए कहा कि प्रतिभागियों की भारतीय उद्यमशीलता परिदृश्य, स्कूली बच्चों के लिए उपलब्ध अवसरों और भारत सरकार द्वारा प्रदान किए गए समर्थन ढांचे की समझ को बढ़ाना है।वहीं कार्यक्रम प्रबंधक अजय जैकले ने वाधवानी एंटरप्रेन्योर नेटवर्क का प्रतिनिधित्व किया और बताया कि कैसे नवाचारी उद्यमी इस तरह के बूटकैंप से लाभ उठा सकते हैं।
उद्घाटन सत्र के दौरान संस्थान के ईवीपी डॉ. रमन बत्रा ने मेहमानों का स्वागत किया और अपने संबोधन में उन्होंने प्रतिभागियों को एनआईईटी, टीबीआई से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
इस कार्यक्रम में वैकल्पिक विचारों के साथ प्रयोग करने पर जोर दिया गया एवं प्रतिभागियों को संस्थान के २१ प्रयोगशालाओं का भ्रमण भी कराया गया।
वहीं इस कार्यक्रम में सहयोग और इंटरैक्टिव शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर देने के साथ, प्रतिभागियों ने नवाचार के “क्यों,” “क्या,” और “कैसे” पर एनआईईटी के प्रमुख, टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर डॉ. नीरज मित्तल ने एनआईईटी, टीबीआई ने सत्र संचालित किया।
प्रसिद्ध वक्ता, डिज़ाइन विशेषज्ञ और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के इनक्यूबेशन प्रमुख जैसे डॉ. पीवी मधुसूदन राव, प्रोफेसर और डीन, आईआईटी दिल्ली, डॉ. आशना नरूला, संस्थापक निदेशक, साइकोपीडिया, डॉ. उपासना दीवान, प्रोफेसर, रुक्मिणी देवी इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज, अध्यक्ष इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल
ने इनोवेशन प्रोटोटाइपिंग से जुड़े समूह गतिविधियों, गहन कार्य सत्रों और आकर्षक कार्यशालाओं की एक श्रृंखला विकसित की जो रचनात्मकता और समस्या-समाधान कौशल को प्रज्वलित करने के लिए तैयार की गई थीं।