रिकॉर्ड मतों से गाजणा सीट से जीते प्रदीप के पक्ष में बन रहा माहौल
दी टॉप टेन न्यूज़ ब्यूरो(देहरादून)- प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता व कांग्रेस के तेज तर्रार युवा नेता प्रदीप भट्ट जिला पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी की दौड़ में सबसे आगे नजर आ रहे हैं, प्रदेश स्तर के तेज तर्रार युवा नेता होने के साथ ही प्रदीप भट्ट समूचे उत्तरकाशी जिले में अच्छा खासा जनाधार रहते हैं, यही कारण है कि गाजणा सीट से बम्पर वोटों से जीतने के बाद अब प्रदीप भट्ट के सर्मथकों की नजर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर है।
प्रदेश के सभी बड़े चैनलों में टीवी डिवेट में कांग्रेस व प्रदेश की जनता का जबरदस्त ढंग से पक्ष रखने वाले प्रदीप भट्ट ने वर्ष 2008 में उत्तरकाशी में बतौर छात्रसंघ अध्यक्ष बने छात्र राजनीति की शुरूआत की थी, जिसके बाद प्रदीप भट्ट ने कभी पीछे मुडकर नही देखा, एलएलबी की डिग्री धारक प्रदीप भट्ट को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने अपने प्रदेश कार्यकारिणी में बतौर प्रदेश प्रवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठाया, तो वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी उनकी अहमियत को समझते हुए उन्हें प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी पर बनाए रखा।
हरीश रावत सरकार के दौर में प्रदेश के सबसे कम उम्र की राज्य मंत्री भी बनने का मौका भी मिल गया था पर स्थानीय विघायक विजयपाल सजवाण जी के विरोध के बाद राज्यमंत्री का तमका छोड़ना पड़ा, लेकिन अब प्रदीप भट्ट ने सीधे जनता से चुनकर आने की ठानी, और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उत्तरकाशी की गाजणा जिला पंचायत सदस्य सीट पर चुनाव लड़ा, तो जनता ने प्रदीप भट्ट को बम्पर 1566 वोटों के अन्तर से जीत दर्ज करवाई अपनी मंशा साफ कर दी, कि इस बार गाजणा की जनता मात्र जिला पंचायत सदस्य नही बल्कि भावी जिला पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी को भी चुना है।
युवा प्रदीप भट्ट की जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं पर गहरी पैठ है वही समूचे उत्तराकाशी की जनता के बीच भी मजबूत जनाधार है। उत्तरकाशी जिले में जिला पंचायत की 25 सीटें हैं, जिसमें से 4 सीटों पर कांग्रेस व 3 पर बीजेपी समर्थित प्रत्याशीयों ने जीत दर्ज की है, बाकी बचे 18 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं, प्रदीप भट्ट के लिए यहीं से अवसर शुरू होता है, क्योंकि सूत्रों का कहना है कि 14 के करीब जिला पंचायत सदस्य उनके सम्पर्क में हैं, ऐसे में उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष की रेस और रौचक ही नही होने वाली, बल्कि इसमें कोई आश्चर्य भी नही कि आने वाले समये में उत्तरकाशी की जनता को इतिहास का सबसे कम उम्र यानी 33 वर्ष का युवा जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन होता दिखे।फिलहाल युवा नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य प्रदीप भट्ट के पक्ष में जहां माहौल बन रहा है। वही समीकरण भी प्रदीप भट्ट के इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने के बनते दिख रहे है।