दी टॉप टेन न्यूज़/ देहरादून
देहरादून। देश भर के हजारों युवाओं को अपने राज्य/ केन्द्रीय शासित प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया जा रहा है, और वे ऐसा कर सकते हैं शिक्षा मंत्रालय द्वारा ’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के अंतर्गत लांच किए गए एक अनूठे कार्यक्रम ’युवा संगम’ के जरिए। यह युवा संगम का पांचवा चरण है और ऑनलाइन पंजीकरण 21 अक्टूबर 2024 तक खुला है। 18 से 30 वर्ष के आयु वर्ग के इच्छुक युवा अंतिम तारीख से पहले युवा संगम पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं; इन उम्मीदवारों में मुख्यतः विद्यार्थी, एनएसएस/एनवायकेएस वॉलंटियर, नौकरी/स्वरोजगार करने वाले आदि युवा ही शामिल हो सकते हैं। ऑफ-कैम्पस विद्यार्थियों से भी पंजीकरण करने का आग्रह किया जाता है जिन्होंने ऑनलाइन कोर्स, कौशल संस्थान आदि में दाखिला लिया है।
’’विद्यार्थियों एवं युवा पेशेवरों के लिए यह बहुत उत्साहजनक अवसर है। इस 5-7 दिनों की परिवर्तनकारी यात्रा में वे अपने देश, देश के लोगों और यहां तक की खुद अपने बारे में भी बहुत कुछ नया जानेंगे व सीखेंगे। युवा संगम सहभागियों को अवसर देता है कि वे भारत की विविधता को स्वयं अनुभव करें, सांस्कृतिक-सामाजिक समानताओं व चुनौतियों को पहचानें, तथा समस्याओं के लिए समावेशी समाधान विकसित करें अथवा अपनी पेशेवर/अकादमिक विशेषज्ञता के जरिए अवसरों का लाभ उठाएं,’’ शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
युवा संगम का उद्देश्य है पहुंच व समझ के जरिए भारत के विस्तृत क्षेत्रों के मध्य जुड़ाव को गहरा करना। यह पहल जागरुक एवं समानुभूतिपूर्ण नागरिकों की नवीन पीढ़ी को पोषित करते हुए राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाएगी।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच इस सतत् एवं संरचित सांस्कृतिक सम्पर्क का विचार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2015 को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस के दौरान प्रस्तावित किया था। इस विचार को मूर्त रूप देने के लिए 31 अक्टूबर 2016 को ’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम लांच किया गया। इस कार्यक्रम की उत्पत्ति और विकास के अलावा इसकी गतिविधियों, खास पहलों एवं अभियानों का विस्तृत विवरण इस लिंक https://ekbharat.gov.in/JourneySoFarCampaign/index.html पर दी गई ई-बुक में उपलब्ध है।
युवा संगम यात्राओं के माध्यम से युवाजन अपने-अपने राज्यों की स्थानीय विरासत, भूगोल, विकास और हालिया उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। पांच व्यापक क्षेत्रों में इस बहुआयामी अनुभव को प्रोत्साहित किया जाएगा- पर्यटन, परम्परा, प्रगति, परस्पर सम्पर्क व प्रौद्योगिकी।
यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य विषयों के अनुसार की गई है। इस पहल में अनुभजन्य सीख और भारत की समृद्ध विरासत की स्वयं जानकारी प्राप्त करने पर बल दिया गया है। यह शैक्षिक व सांस्कृतिक विनिमय का निरंतर चलने वाला कार्यक्रम है, इसके मूल में है विविधता का उत्सव, जहां युवाजन जीवन के विविध पहलुओं, प्राकृतिक स्थलों, विकास के स्थलों, इंजीनियरिंग एवं वास्तुशिल्प, हालिया उपलब्धियों का अनुभव करते हैं तथा उन्हें मेजबान राज्य/के.शा.प्र. में स्थानीय युवाओं के साथ बातचीत करने व जुड़ने का अवसर मिलता है।
युवा संगम के पांचवे चरण के लिए पूरे भारत से 20 प्रतिष्ठित संस्थानों को चुना गया है। इस दौरान इन राज्यों/के.शा.प्र. के सहभागी नोडल उच्चतर शिक्षा संस्थान की अगुआई में अपने युगल राज्यों/के.शा.प्र. का दौरा करेंगे।
*युगल राज्यों/के.शा.प्र. की सूची*:
• महाराष्ट्र और ओडिशा
• हरियाणा और मध्य प्रदेश
• झारखंड और उत्तराखंड
• जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडु
• आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश
• बिहार और कर्नाटक
• गुजरात और केरल
• तेलंगाना औैर हिमाचल प्रदेश
• असम और छत्तीसगढ़
• राजस्थान और पश्चिम बंगाल
युवा संगम के पिछले चरणों में भारी उत्साह देखने को मिला था, बीते चरण में पंजीकरण 44,000 का आंकड़ा पार कर गया था। अब तक भारत के लगभग 5,000 विद्यार्थी युवा संगम के विभिन्न चरणों में 110 से अधिक यात्राओं में भाग ले चुके हैं (जिनमें 2022 का प्राथमिक चरण भी शामिल है)।