देहरादून में बालकों की देख-रेख व संरक्षण अधिनियम पर अधिकारियों एवं हित धारकों के लिए एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

 

दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून

देहरादून : आज जिला बाल संरक्षण ईकाई एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में किशोर न्याय (बालकों की देख-रेख व संरक्षण ) अधिनियम, 2015, सम्बंधित नियम एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 यथा संशोधित, 2022 पर विभिन्न हितधारकों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों के प्रशिक्षण का आयोजन नगर निगम, देहरादून के मीटिंग हाल में किया गया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून प्रदीप पंत के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया तथा प्रतिभागियों को उक्त प्रशिक्षण का लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया गया।

वहीं उक्त प्रशिक्षण में संगीता गौड़, सहायक निदेशक ट्रेनिंग एण्ड कैपेसिटी बिल्डिंग, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रिन फॉउण्डेशन, नई दिल्ली एवं कैलाश सत्यार्थी फाउन्डेशन, नई दिल्ली के बबन प्रकाश द्वारा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012, किशोर न्याय (बालकों की देख-रेख व संरक्षण) अधिनियम, 2015 के विभिन्न प्रावधानों आदि के बारे में प्रतिभागियों सभी हितधारकों को विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गयी।

हर्ष यादव सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून के द्वारा उत्तराखण्ड अपराध से पीड़ित सहायता योजना 2013 उत्तराखण्ड यौन अपराध एवं अन्य अपराधों से पीड़ित उत्तरजीवी महिलाओं हेतु प्रतिकर योजना, 2020, किशोर न्याय व्यवस्था में पुलिस की भूमिका के सम्बंध में एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों, बालकों के हित में उठाए जा रहे कदमों एवं अभियानों के सम्बंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी।

प्रशिक्षण में अपर नगर आयुक्त वीर सिंह बुधियाल, मुख्य स्वास्थ्य विकास अधिकारी, नगर निगम अविनाश खन्ना, उप-नगर आयुक्त एस० पी० जोशी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, मीना बिष्ट, बाल कल्याण समिति, किशोर न्यायबोर्ड के सदस्य, समस्त थानों के विशेष किशोर पुलिस एकक के सदस्य, विभिन्न बालकों के हित में कार्य करने वाले एन० जी० ओ० के प्रतिनिधि, एवं विभिन्न राजकीय गृहों के अधीक्षक अधीक्षिकाओं द्वारा उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।

Verified by MonsterInsights