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कोटद्वार: उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों की चर्चा हो और गब्बर सिंह का नाम ना लिया जाए ऐसा हो ही नहीं सकता। सिल्कयारा सुरंग में फसें श्रमिकों को पल-पल हिम्मत दिलाने वाले कोटद्वार निवासी गब्बर सिंह नेगी अपने घर पहुंच गए हैं।
देश के प्रधानमंत्री भी गब्बर सिंह की लीडरशिप के कायल हो गए तो वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कई बार गब्बर सिंह के हिम्मत और साहस की चर्चा की वही अब कोटद्वार विधायक और उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी कोटद्वार स्थित गब्बर सिंह के लालपनी स्थित निवास पहुंची और गब्बर सिंह नेगी को मिठाई खिलाकर बधाई दी. साथ ही उन्होंने उनके जज्बे और साहस की सराहना की।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूर 17-18 दिनों तक संघर्ष करते रहे. पल-पल निराशा और आशा के बीच जूझते हुए. ऐसे में उनका जो वक्त वहां गुजरा वो शायद कभी भुलाया नहीं जा सकता. इन सबके बीच सभी श्रमिक गबर सिंह नेगी की जिंदादिली के कायल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि गबर सिंह ने कोटद्वार सहित पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन किया. यह हम सभी के लिए गर्व की बात है. इसके अलावा उन्होंने चिंता जताई कि सुरंग में कार्य करने वाली कंपनियों को इस घटनाक्रम से सबक लेने की जरूरत है और श्रमिकों की सुरक्षा के लिए और बेहतर कार्य करना चाहिए।
कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूरी ने गबर सिंह नेगी की पत्नी की सराहना करते हुए कहा कि इन्होंने देश के हीरो के साथ संगनी का काम किया है. वो नेगी ही थे, जिन्होंने मुश्किल घड़ियों में जिंदगी जीने की उम्मीद श्रमिकों के दिलों में जगाई रखी. यही वजह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पहाड़ के गबर के लिए कहना पड़ा कि गबर सिंह मैं तुम्हें विशेष रूप से बधाई देता हूं, क्योंकि आपने जो लीडरशिप दी है. उससे पूरी टीम में उत्साह दिखाई दिया था. साथ ही किसी यूनिवर्सिटी को इस केस की स्टडी करनी चाहिए।