दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
देहरादून-आज गुरुवार को ज़िला न्यायाधीश/ अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून, जिला अधिकारी, देहरादून एवम सचिव,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून के निर्देशों के क्रम में जिला प्रोबेशन कार्यालय द्वारा अन्य विभागों के सहयोग से भिक्षावृत्ति/बाल श्रम/कूड़ा बीनने में लिप्त बच्चो के पुनर्वास के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया।
यह अभियान प्रिंस चौक, तहसील चौक,पलटन बाजार, घंटाघर देहरादून में चलाया गया। रेस्क्यू अभियान में भिक्षावृत्ति/कूड़ा बीनने मे लिप्त कुल 13 बच्चो/महिलाओं को रेस्क्यू किया गया जिसमें 3 महिलाए, 3 बालक व 7 बालिकाएं है तथा बाल श्रम से 2 बालको को मुक्त कराया गया। जिनका संबंधित थाने में जीडी दर्ज/मुकदमा दर्ज व मेडिकल कराया गया। उसके उपरांत बाल कल्याण समिति, देहरादून के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति, देहरादून के आदेश से रेस्क्यू किए गए बच्चो को महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित खुला आश्रय गृह समर्पण सोसाइटी में 4 बालको व 5 बालिकाओं खुला आश्रय गृह सरफीना ट्रस्ट देहरादून में प्रवेश दिया गया तथा 3 महिलाओं के साथ 3 बच्चो को वन स्टॉप सेंटर में प्रवेश दिया गया। रेस्क्यू अभियान में जिला प्रोबेशन कार्यालय से संरक्षण अधिकारी संपूर्णा भट्ट, संरक्षण अधिकारी रश्मि बिष्ट , अखिलेश, प्रवीण चौहान , एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से रचना, देवेंद्र , धर्मेंद्र, मैक संस्था से जहांगीर आलम, बचपन बचाओ आंदोलन से सुरेश उनियाल,
समर्पण सोसाइटी से मानसी मिश्रा, चाइल्ड लाइन से जसवीर आशरा ट्रस्ट से मोबीन, आदि शामिल रहें।