दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
देहरादून-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों के सामने अपनी बात रखी इस कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का अद्भुत मंच बन गया है। उन्होंने कहा कि जब “समाज की शक्ति बढ़ती है तो देश की शक्ति भी बढ़ती है”।
उन्होंने कहा, ‘‘इस सफर में ‘मन की बात’ को आप सभी ने जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का अद्भुत मंच बना दिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप, अपने मन की शक्ति को तो जानते ही हैं। वैसे ही, समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है, ये हमने ‘मन की बात’ की अलग-अलग कड़ियों में देखा और समझा है। मैंने इन्हें अनुभव किया है और स्वीकार भी किया है।’’
आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ की 98वीं कड़ी में संवाद के इस माध्यम से उन्होंने पारंपरिक खेलों और भारतीय खेलों को बढ़ावा दिए जाने सहित अपने विभिन्न आह्वानों का उल्लेख किया और कहा कि लोगों ने इनमें बढ़चढ़कर भागीदारी की।
उन्होंने अपने की संबोधन में कहा कि आजकल भारतीय खिलौनों का इतना क्रेज हो गया है कि विदेशों में भी इनकी डिमांड बढ़ गई है. जब हमने “मन की बात” में कहानी कहने की भारतीय विधाओं की बात की, तो उनकी ख्याति भी दूर-दूर तक पहुंची. उन्होंने कहा, सरदार पटेल की जयंती ‘एकता दिवस’ पर हमने ‘मन की बात’ में तीन प्रतियोगिताओं की बात की. ये प्रतियोगिताएं ‘गीत’ – देशभक्ति गीत, ‘लोरी’ और ‘रंगोली’ से जुड़ी थीं. मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि इन प्रतियोगिताओं में 700 से अधिक जिलों के पांच लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान टेलीकंसल्टेशन का भी जिक्र किया और कहा कि भारत के लोगों ने तकनीक को कैसे अपने जीवन का हिस्सा बनाया है, ये इसका जीता-जागता उदाहरण है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देखा है कि कोरोना के काल में ई-संजीवनी एप के जरिए टेलीकंसल्टेशन एक बड़ा वरदान साबित हुआ है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘मन की बात’’ अब सैंकड़ा लगाने की ओर बढ़ रहा है।