देहरादून में सरस् मेले का आज आखिरी दिन,रविवार की छुट्टी पर सैर कीजिये सरस् मेले की

 

दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून

उत्तराखंड ग्राम्य विकास विभाग और देहरादून प्रशासन द्वारा गुरु नानक पब्लिक गर्ल्स इंटर कॉलेज ग्राउंड में इन दिनों सरस मेले का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें, देहरादून सहित अन्य जनपदों और देशभर से स्वयं सहायता समूह आये हुए है . यहां आपको देशभर से आये समूह का सामान खरीदने को मिलेगा इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है और इस मेले का आज अंतिम दिन है।

कार्यक्रम में इन जगहों के स्थानीय उत्पाद के स्टॉल लगे हुए है

मेघालय से बंबू आइटम, ड्राई फ्लावर और ज्वेलरी सीसेल आइटम.

तेलंगाना से हैंडलूम, कॉटन आइटम.

बिहार से लेदर बैग, मिथिला पेंटिंग, सिल्क हैंडलूम.

पंजाब से वूलन प्रोडक्ट.

त्रिपुरा से हैंडीक्राफ्ट एंड हैंडलूम.

पांडिचेरी से परफ्यूम, कैंडल और अगरबत्ती.

छतीसगढ़ से साड़ी, सूट, कुर्ता आईटम मेटिरियल.

गोवा से हैंडलूम एंड स्वीट्स.

पश्चिम बंगाल से आचार, पापड़, स्वीट, रेडीमेड उत्पाद एवं ज्वेलरी.

आंध्र प्रदेश से लेदर, पपेट, वॉल डेकोर.

गुजरात से कॉपर बैल.

केरला से स्पाइसी एंड फूड प्रोडक्ट.

सिक्किम से बंबू क्राप्ट एंड फूड प्रोडेक्ट.

उत्तर प्रदेश से कारपेट, दरी, वुडन प्रोडक्ट, अपरल, पिकल्स, सिल्क, पोटरी.

महाराष्ट्र से पापड़, चिप्स, लेदर चप्पल.

हिमाचल प्रदेश से हैंडलूम एंड फूड प्रोसेसिंग आइटम.

इसके साथ ही इस मेले में विनय जदली के स्टॉल पर आपको मिलेगा गाय के गोबर से बना भारत का पहला प्राकृतिक पेंट इस प्राकृतिक पेंट को वैज्ञानिक रूप से गाय के गोबर को मुख्य घटक के रूप मानकर विकसित किया गया है इसमें आपको जीवाणु रोधी गैर विषैले ताप रोधी और पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली देने के लिए प्राकृतिक तत्व शामिल किए गए हैं इस प्राकृतिक पेंट को भारी धातुओं से मुक्त रखते हुए इसकी खुशबू की विशेषता इसे आपके बच्चों के अनुकूल बनाती है औऱ आप के बटुए का भी पूरा ख्याल रखती है पेंट जलरोधक व टिकाऊ है और केवल 4 घंटे में सूख जाता है।

एक अन्य स्टॉल पर जो की मंजू टम्टा ने लगाया है वहां आपको कुमाऊँ की पहचान पिछोडे मिलेंगे. मेले में वह बद्रीश पिछोड़ा लेकर आई हैं इस पिछोड़े में भगवान बद्रीश को जो वस्त्र चढ़ाए जाते हैं अगले दिन उतार कर नए वस्त्र चढ़ते हैं तो इन उतारे गए वस्त्रों को इन पिछोडो में भगवान बद्रीनाथ का आशीष मानकर शामिल किया गया है इसके अलावा यात्रा पर गंगाजल ले जाने के लिए पोटली बैग और आर्टिफिशियल पहाड़ी ज्वेलरी भी मिलेगी।

वही स्टॉल नंबर 83 पर आपको अशिता डोभाल के स्वयं सहायता समूह के लाए गए उत्पाद मिलेंगे जिसमें पुरोला का लाल चावल लिंगड़े का अचार और कई तरह के अचार की वैरायटी ऑर्गेनिक दालें मिल रही है और अशिता के उत्पादों को लोग इतना पसंद कर रहे हैं कि बार-बार उन्हें खरीदने आ रहे हैं।

एक अन्य स्टॉल पर हिमाचल के मशोबरा से मोनिका शर्मा लेकर आई हैं हिमाचली अखरोट और पिरूल से बने उत्पाद जो कि देखने में बेहद खूबसूरत और इको फ्रेंडली हैं इसके साथ ही हैंड वॉश साबुन फेस वॉश और अन्य सामान है तो देर किस बात की आज रविवार की छुट्टी पर सैर कीजिए इस सरस् मेले की और साथ मे रंगारंग कार्यक्रमों का आनन्द उठाइये।

 

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