दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
कांचना पांडे तिवारी की रिपोर्ट
अल्मोड़ा : राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग सेअल्मोड़ा स्यालीधार क्षेत्र में 20 करोड़ की लागत से बने “मानस खंड “विज्ञान केन्द्र का आज प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल लोकार्पण किया।
इस अवसर पर जनपद अल्मोड़ा के विभिन्न विभागों की करीब 89 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
मानसखंड विज्ञान केंद्र के लोकार्पण समारोह का शुभारंभ महानिदेशक उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक दुर्गेश पंत, विधायक मनोज तिवारी, और अन्य अतिथि गणों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया
इस अवसर परजिलाधिकारी विनीत तोमर, निदेशक जी बी पंत पर्यावरण संस्थान डॉ सुनील नौटियाल निदेशक विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान डॉ लक्ष्मी कांत सहित विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सलाहकार जी एस रौतेला विधायक मनोज तिवारी, यू कास्ट के महानिदेशक डॉ दुर्गेश पंत सहित गणमान्य नागरिक विद्यार्थी उपस्थितथे।
विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि मानस खंड विज्ञान केंद्र के माध्यम से विज्ञान में रुचि रखने वाले स्कूली बच्चों में विज्ञान के प्रति नई चेतना विकसित होगी। उन्होंने कहा कि पूरे कुमाऊं क्षेत्र के लिए यह केंद्र बहुत लाभकारी सिद्ध होगा।
वहीं उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक दुर्गेश पंत ने कहा कि यह केंद्र कुमाऊं में विज्ञान की क्रांति लाएगा। इससे विज्ञान पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
मानसखंड विज्ञान केंद्र युवाओं को नवीन और रचनात्मक गतिविधियों में सम्मिलित होने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इस केंद्र का अंतर निहित विचार यह है कि व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से वैज्ञानिक और आलोचनात्मक विचार के साथ-साथ समस्या का समाधान करने की क्षमता को भी विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वह समाज उन्नति करता है जहां विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार को बढ़ावा मिलता है, इसी उद्देश्य से यहां विज्ञान केंद्र स्थापित किया गया है। मानस खंड विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रभारी डॉ नवीन जोशी ने कहा कि विज्ञान केंद्र अपने आप में एक बहुत अनूठा व उपयोगी विज्ञान केंद्र साबित होगा, और पूरे क्षेत्र में विज्ञान का प्रचार प्रसार और संचार क्रांति लाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि इस जनपद के शोधार्थी और विद्यार्थी जो बाहर नहीं जा सकते हैं उनके लिए लाभप्रद होगा, उन्होंने बताया कि केंद्र में केंद्र में जलवायु परिवर्तन, तारामंडल, प्राकृतिक चिकत्सा गैलरी, फन साइंस गैलरी स्थापित की गई है। केंद्र में उपकरणों के मध्यम सेट और वैज्ञानिक उपकरणों से युक्त एक प्रयोगशाला स्थापित की गई है।