पत्रकारिता के पर्याय रहे दीप जोशी के निधन से पत्रकारिता जगत में छाई मायूसी

 

दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून

अल्मोड़ा में अमर उजाला के ब्यूरो चीफ दीप जोशी का निधन हो गया है मंगलवार को हल्द्वानी के चित्रशिला घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया,वो अपने परिवार में पत्नी हेमा जोशी और पुत्र विक्रांत को छोड़कर चले गए।दीप जोशी का जन्म 20 अक्टूबर, 1964 को जनपद नैनीताल के भीमताल क्षेत्र के गांव बोहराकून में हुआ। उन्होंने पत्रकारिता का सफर भीमताल में वर्ष 1992 से शुरू किया। स्व0 जोशी कुछ समय बरेली व हल्द्वानी में कार्यरत रहे लेकिन अधिकांश सेवा काल उनका अल्मोड़ा में ही रहा।उन्होंने लगभग 30 सालो तक पत्रकारिता के क्षेत्र में काम किया कहा जाता है कि अलमोड़ा की पत्रकारिता के वो पर्याय बन चुके थे।

दिसंबर के महीने में उन्हें बुखार की शिकायत हुई जिसका इलाज तीन चार दिनों तक अल्मोड़ा में ही चला तबियत में सुधार नही होने पर उन्हें हल्द्वानी लेकर आया गया लेकिन टायफस होने पर उनके लिवर और शरीर के अन्य अंगों में इंफेक्शन फैल रहा था।इसलिय उन्हें दिल्ली के नेशनल हार्ट इंस्टिट्यूट में एडमिट किया गया,जहाँ पर उन्होंन ज़िंदगी के लिए जबरदस्त संघर्ष किया ।और यह संघर्ष वह हार गए …..
50 वर्ष से भी कम उम्र में वह अपने परिवार जनों को दोस्तो को और इस पत्रकारिता जगत को छोड़ कर अलविदा कह गये।
स्वर्गीय दीप जोशी एक जिंदादिल और बेहद मददगार इंसान थे उनके संपर्क में आया शायद ही कोई ऐसा हो जिसकी मदद उन्होंने न करी हो। उनके इसी मिलनसार स्वभाव के कारण ही कोई भी सहज रूप से उनकी मौत की खबर पर यकीन नही कर पा रहा है।

मेरे लिए तो वह बड़े भाई समान स्नेहिल थे उनका आशीर्वाद मुझ पर सदैव बना रहा ,हमने काफी समय एक साथ काम किया मेरे अमर उजाला छोड़ने के बाद भी वह मेरे लिए एक प्रेरणा स्रोत और गुरु की तरह रहे उन्होंने हमेशा मेरी हौसला अफजाई की और मेरे कार्यों की सराहना भी की। हम अक्सर बातें किया करते थे और अभी तक हम एक दूसरे के टच में थे, उनकी बहुत सारी यादें है जो हमेशा मेरे दिल मे रहेंगी।

 

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