बागेश्वर नरगोली गांव के जमाई डीआईजी सुरेन्द डसीला को मिला तटरक्षक मेडल (शौर्य), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया सम्मानित


 दी टॉप टेन न्यूज़(देहरादून)-
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज भारतीय तटरक्षक बल के अलंकरण समारोह में अधिकारियों और जवानों को वीरता और सराहनीय सेवा के लिए तटरक्षक मेडल प्रदान किए। डीआईजी सुरेंद्र सिंह डसीला को कोलंबो (श्रीलंका) में मालवाहक जहाज एमएससी डेनिएला में आग बुझाकर 25 लोगों की जान बचाने के लिये प्रतिष्ठित तटरक्षक मेडल (शौर्य) से सम्मानित किया गया। उन्होंने इस ऑपरेशन को कोस्ट गार्ड के अत्याधुनिक निगरानी जहाज ‘शूर’ की कमान संभालते हुए  अंजाम दिया था। 
*पिथौरागढ़ के रुगड़ी गांव के है मूल निवासी*
तहसील गनाई गंगोली निवासी सुरेंद्र सिंह डसीला ने गांव से ही प्रारंभिक शिक्षा हासिल की। उनके पिता स्वर्गीय श्री दान सिंह डसीला जी भी सैनिक थे। । उनकी माताजी रुगड़ी गांव में रहती हैं I उनके भाई नई दिल्ली में कारोबार कर रहे हैं और  परिवार के साथ वहां रह रहे हैं I 
*पिथौरागढ़ में पांचवीं तक पढ़े*
पांचवीं कक्षा की पढ़ाई के बाद उन्होंने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, धौलपुर में एडमिशन लिया। पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने ओस्मानिया विवि से रक्षा प्रबंधन में पीजी किया। उन्मेहोंने अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय सैन्य अधिकारी पाठ्यक्रम की पढ़ाई भी की। भारतीय नौसेना अकादमी से ट्रेनिंग लेने के बाद 1991 में कोस्ट गार्ड का हिस्सा बने। 2000 में उन्होंने जल दस्युओं के जहाज पर कार्रवाई करते हुए अदम्य साहस दिखाया, जिसके लिए उन्हें भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक द्वारा प्रशस्ति से सम्मानित किया गया।

डसीला कोस्ट गार्ड  मुख्यालय में है कमांडर कर्नाटक


डीआईजी डसीला वर्तमान में मंगलौर स्थित कोस्ट गार्ड  मुख्यालय में कमांडर कर्नाटक के पद पर तैनात हैं। उनकी पत्नी ज्योत्सना रौतेला डसीला आचार्य नरेंद्र देव विद्यालय हल्द्वानी में टीचर हैं। बागेश्वर जिले के प्रसिद्ध  नरगोली गांव की रहने वाली हैं।जबकि इकलौता पुत्र राघवेंद्र चेन्नई से बीटेक करने पश्चात एक उद्यमी (आन्ट्रप्रनर) की तरह अपना लघु व्यवसाय चला रहे हैं .

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