कोविड-19 से पूर्णतः स्वस्थ हो चुके लोगों को प्लाज्मा दान के लिए आगे आना चाहिए :राज्यपाल बेबी रानी मौर्य

दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की पहल पर फिक्की एफएलओ द्वारा कोविड-19 तथा डिमेंशिया के रोगियों के साथ ही कोविड-19 के उपचार में संलग्न डॉक्टर्स एवं नर्सेज के लिये ऑनलाइन मानसिक स्वास्थ्य सलाह सेवा आरम्भ की गई है। इस कार्यक्रम के तहत मनोरोग विशेषज्ञों से मोबाइल पर विभिन्न मानसिक समस्याओं, डिप्रेशन के बारे में सलाह ली जा सकती है। मोबाइल एवं वाट्सअप नम्बर 8433089509 पर इस सेवा से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ ही राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की पहल पर फिक्की एफएलओ द्वारा राज्य में कोविड-19 से प्रभावित रोगियों की सहायता हेतु प्लाज्मा दान अभियान आरम्भ किया जा रहा है। मोबाइल एवं वाट्सअप नम्बर 7830500089, 8384895524, 8126249453 पर प्लाज्मा डोनेशन कैम्पेन से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त की जा सकती है। राज्यपाल मौर्य ने अपील की है कि कोविड-19 से पूर्णतः स्वस्थ हो चुके लोगों को प्लाज्मा दान हेतु आगे आना चाहिये। प्लाज्मा दान जीवन दान है। कोविड संक्रमण से पूर्णतः स्वस्थ हो चुके लोग रक्त प्लाज्मा दान कर दूसरों का जीवन बचाने में अमूल्य योगदान दे सकते हैं।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि कोविड-19 के संकटकाल में हमें शारीरिक एवं मानसिक दोनों स्तरों पर मजबूत होने की आवश्यकता है। इस वैश्विक महामारी के मध्य लोगों का निराशावादी एवं मानसिक तनाव में होना आसान है। आइसोलेशन, विभिन्न चिंताएं, आर्थिक अनिश्चितता तथा प्रत्येक दिन कोविड के कारण आने वाले दुखःद समाचारों से लोग दुःखी एवं तनावग्रस्त हो रहे हैं।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि कोविड के कारण लगा लॉकडाउन जीवन के विभिन्न पहलुओं के साथ ही जनमानस के मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रहा है। कुछ लोग स्वयं को मजबूर तथा असहाय महसूस कर रहे हैं। हमें कोविड-19 जैसी महामारी से बचने के साथ ही मानसिक रूप से भी मजबूत होना पड़ेगा। कोई भी स्वयं को अकेला न समझे। सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाये। विशेषकर युवा रचनात्मक कार्यों में रूचि लें। अच्छी पुस्तकें पढ़े एवं अच्छी बातें सुने। नए कौशल सीखने के प्रयास करें। हमें स्वयं तो तनाव से दूर रहना ही है साथ ही अन्य लोगों को भी जीवन के प्रति सकारात्मक सोच अपनाने के लिये प्रेरित करना है। अन्य लोगों की मदद के लिये आगे आएं। अपने परिजनों, मित्रों एवं सम्बन्धियों से टेलीफोन एवं विभिन्न वर्चुअल माध्यमों से सम्पर्क में रहें तथा उनका हौसला बढ़ाये।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि बहुत सी ऐसी सामाजिक संस्थाएं हैं जो लोगों की मानसिक तनाव से बचने में मदद करती हैं। ऐसी संस्थाओं से सम्पर्क करें। यदि आवश्यकता पड़े तो मनोरोग विशेषज्ञों की मदद लें। अपने मानसिक तनावों के बारे में अपने परिजनों एवं विश्वसनीय मित्रों से बात करें तथा उनकी सलाह लें।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि मानसिक तनावों से लड़ने में ध्यान एवं योग की भी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। योग के माध्यम से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होगा बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूती मिलेगी। स्वास्थ्यवर्द्धक आदतें विकसित करने का प्रयास करें।

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