दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
देहरादून-जी.बी.पी.आई. ई. टी. घुरदौड़ी पौड़ी गढ़वाल में ई०सी०ई० विभाग में अप्रैल 2019 में नियुक्त स्थाई सहायक आचार्य मनीषा भट्ट ने 25 मई को अलकनंदा नदी में श्रीनगर नैथाण झूला पुल से कूद कर आत्महत्या कर ली थी।
मनीषा भट्ट को प्रताड़ित किये जाने व आत्महत्या के लिए उकसाने के प्रकरण में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने सोशियल मीडिया ट्विटर के माध्यम से स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच व कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए है।
महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने इस मामले की निन्दा करते हए बहुत ही शर्मनाक बताया है और कहा है कि उक्त महिला की आत्महत्या के दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। राज्य महिला आयोग पीड़ित परिवार की हर संभव मदद के लिए खड़ा है। उन्होंने इस प्रकरण में उनके पति द्वारा पुलिस में कई गयी शिकायत में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही पर एसएसपी पौड़ी से फोन पर वार्ता करते हुए जानकारी ली।
जिसमे एसएसपी पौड़ी ने बताया कि मामले में कार्यवाही की जा रही है उक्त पीड़िता का कमरा सील कर दिया गया है व जांच की जा रही है और जल्द मामले में सभी साक्ष्य जुटा लिए जाएंगे।
मामले में अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने एसएसपी को कड़ी कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है उन्होंने कहा कि उक्त प्रकरण में जल्द कार्यवाही की जाए और पीड़ित परिवार को जल्द न्याय दिलाया जाए। उन्होंने इस विषय मे विद्यालय की ICC कमेटी की जांच के भी निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों व संस्थानों में ICC कमेटी होनी अनिवार्य है और यदि इस प्रकार की कोई भी घटना होती है तो कोई भी पीड़िता वहां अपनी शिकायत दर्ज करा सके।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने मामले में की गयी कार्यवाही की रिपोर्ट को जल्द आयोग को भेजने के निर्देश दिए है आयोग के निर्देश पर एसएसपी पौड़ी ने कहा है कि मामले में महिला आयोग को साथ लेकर जांच व कार्यवाही की जायेगी।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा की मामले में दोषी कोई भी हो बक्शा नही जाएगा। और यदि कोई भी महिला कर्मचारी किसी कार्यस्थल पर प्रताड़ित किया गया तो महिला आयोग उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करेगा।
यहां गौरतलब है कि जी बी पंत घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कालेज की सहायक प्रोफेसर मनीषा भट्ट की आत्महत्या के मामले में
मृतका के पति संदीप भट्ट ने निदेशक डॉ वाई सिंह व विभागाध्यक्ष ए के गौतम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है
मृतका के पति संदीप भट्ट के आरोपों के अनुसार गुरुवार 25 मई को निदेशक व विभागाध्यक्ष के उत्पीड़न से तंग आकर मनीषा भट्ट ने अलकनन्दा नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली थी। कॉलेज के दोनों अधिकारियों ने मनीषा भट्ट के मातृत्व अवकाश देने समेत अन्य मामलों में मानसिक उत्पीड़न किया जिस कारण से उनकी तीन महीने की पुत्री की भी मौत हो गई थी।
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