दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
जागेश्वर- प्रदेश में मकर संक्रांति का पर्व बड़े धूमधाम से धार्मिक, व पारंपरिक आस्था के साथ मनाया गया। उत्तराखंड में घुघुतिया त्यौहार के नाम से भी इसे जाना जाता है।बीते रोज अल्मोड़ा जिले के प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में प्रातः से दूरदराज क्षेत्रों से आए भक्तो का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न अनुष्ठान भी कराए गए।
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है, इसलिए इस अवसर पर जागेश्वर की प्रसिद्ध जटा गंगा में श्रद्धालुओं द्वारा स्नान भी किया गया।
जागेश्वर धाम द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक माना जाता है, बताया जाता है कि इस दिन (मकर संक्रांति) धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान भोले नाथ ने एक माह गुफ़ा में बंद होकर कठोर तप किया था । मंदिर के प्रधान पूजारी पंडित हेमंत भट्ट ने बताया कि इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए ज्योतिर्लिंग जागेश्वर धाम में मंदिर के पुजारियों द्वारा गाय के घी से गुफ़ा तैयार करएक माह के लिए ज्योर्तिलिंग को ढक दिया जाता है। मान्यता के अनुसार आज भी भोले नाथ माघ मास के प्रारंभ से एक माह तक इसी घृत गुफ़ा में तप करेंगे। एक माह बाद इस घृत गुफ़ा को खोला जाता है, जिसे प्रसाद के रुप में वितरित किया जाता है बताया जाता है कि इस घी से कई असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है।
बाइट _पंडित हेमंत भट्ट प्रधान पुजारी जागेश्वर धाम।
बाइट _आचार्य निर्मल भट्ट पुजारी जागेश्वर धाम।
बाइट _श्रद्धालु
रिपोर्ट _कंचना पांडेय अल्मोड़ा
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