दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
देहरादून-विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की स्टार मुक्केबाज नीतू घंघास और स्वीटी बूरा ने अपने-अपने मुकाबले को जीतकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस जीत के साथ ये दोनों खिलाड़ी विश्व चैंपियन बन गईं।
भारतीय बॉक्सर नीतू ने वीमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अपने शानदार पंच से गोल्ड मेडल जीता. नीतू घंघास ने 48 किलो भार वर्ग में मंगोलिया की लुटसेखन अलतेंगसेंग को हराया. भारतीय बॉक्सर ने इस मुकाबले को 5-0 से अपने नाम कर लिया. इससे पहले शनिवार को नीतू घंघास ने सेमीफाइनल मैच में कजाकस्तान की बॉक्सर को हराया था।
वहीं स्वीटी महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 81 किग्रा वर्ग में नई चैम्पियन बनी है। उन्होंने मुक्केबाजी के फाइनल में चीन की वांग लीना को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। स्वीटी ने चीन की वांग लीना को 4-3 स्पिलिट डिसिजन से परास्त कर पदक अपने नाम किया। बता दें कि इस साल विश्व चैंपियनशिप में यह भारत का दूसरा गोल्ड मेडल है। इससे पहले नीतू ने स्वर्ण पदक देश के नाम किया। स्वीटी बूरा ने इससे पहले 2014 में सिल्वर मेडल जीता था।
इससे पहले साल 2014 में देश की बेटी स्वीटी साउथ कोरिया में खेले गए विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी। लेकिन उन्हें फाइनल में चीन की यांग जियोली से मात खाना पड़ा था। हालांकि, 9 साल बाद स्वीटी ने चीन की ही मुक्केबाज को हराकर ही स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
नीतू घंघास 48 किग्रा वेट कैटेगरी में जीता गोल्ड मेडल
इससे पहले आज ही भारत की नीतू घंघास 48 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगोलिया की मुक्केबाज को 5- 0 से हराया। नीतू घंघास ने सेमीफाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की अलुआ बल्किबेकोवा को 5-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
WBC खिताब हासिल करने वाली सातवीं भारतीय मुक्केबाज बनी स्वीटी
इस जीत से 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में स्वर्ण पदक जीतने वाली स्वीटी विश्व चैम्पियन खिताब हासिल करने वाली सातवीं भारतीय मुक्केबाज बनी। छह बार की चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आर एल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत जरीन (2022), नीतू घंघास (2023) मुक्केबाज हैं जिन्होंने विश्व खिताब जीते हैं।
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