दी टॉप टेन न्यूज़ देहरादून
देहरादून–राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को राजभवन में विद्यालयी शिक्षा विभाग के कंटिन्युड लर्निंग एक्सेस प्रोजेक्ट(CLAP) का शुभारंभ किया और इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत सचल ई-लर्निंग वाहन का फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, निदेशक एनसीईआरटी प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी भी मौजूद रहे।
उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग द्वारा एनसीईआरटी के मार्गदर्शन और कम्प्यूटर निर्माता कम्पनी एचपी के सहयोग से कंटिन्युड लर्निंग एक्सेस प्रोजेक्ट(CLAP) तैयार किया गया है। प्रोजेक्ट के अंतर्गत तैयार किए गए इस सचल ई-लर्निंग वाहन में इंटरनेट युक्त 120 लैपटॉप हैं, जिसमें शिक्षण अधिगम सामग्री संरक्षित है। यह वाहन सुदुरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के राजकीय विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक से कक्षा-12 तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन, मोड़ में ‘‘डिजिटल अधिगम’’ उपलब्ध कराएगा। वाहन में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित लर्निंग चैनल, दिशा और ई-पाठशाला उपलब्ध है। छात्र इसमें अधिगम के साथ-साथ स्वमूल्यांकन भी कर सकेंगे। यह वाहन वर्तमान में जनपद टिहरी के विद्यालयों में रूट चार्ट के आधार पर संचालित किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के शुभारंभ के अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि एनसीईआरटी के विशेष प्रयासों से ई-कंटेट युक्त डिजिटल वाहन बच्चों को नवीन शिक्षण विधाओं तथा पाठ्यचर्चा से परिचित कराने में उपयोगी साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह वाहन तकनीकी के माध्यम से ज्ञान की ज्योति दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों तक पहुंचाएगा। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा को टेक्नोलॉजी के साथ मिलाया जाना अत्यन्त सराहनीय है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हमारे प्रत्येक छात्र नई तकनीकों को सीखें।
एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश सकलानी के अथक प्रयास और HP और SARD के एसोसिएशन में यह वाहन तैयार किया है जिसमें 120 लैपटॉप क्रोमबुक, वाईफाई सुविधा, जीपीएस, लाइव कैमरा लैपटॉप रिचार्ज points और 11 घंटे तक का बैकअप शामिल है । यह वाहन पूर्ण रूप से डिजिटल तकनीकी सुविधाओं से लैस के साथ-साथ दीक्षा पोर्टल पीएमई विद्या चैनल और एनसीईआरटी के सभी पाठ्यक्रमों के संबोधो से युक्त है ताकि उत्तराखंड राज्य के स्कूलों में जहां-जहां यह बस जाएगी वहां पर शिक्षार्थियों को एक सुगम तरीके से आईसीटी के साथ कक्षा कक्ष शिक्षण पाठ्यक्रम को सुगम तरीके से संचारित करेगी । यह डिजिटल वाहन कई मायनों में अहम इसलिए भी है क्योंकि नई शिक्षा नीति 2020 के एक मुख्य आयाम में डिजिटल तकनीकी शिक्षण पर विशेष बल दिया गया है। इस कड़ी में यह एक उत्तराखंड में नई पहल है
यह डिजिटल वाहन पहले दिन राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड पर एक वर्कशॉप के लिए रवाना हुई। जहां पर 120 छात्रों को क्रोमबुक के साथ शिक्षण सामग्री से रूबरू कराया गया। इस समारोह में सचिव विद्यालय शिक्षा रविनाथ रमन, महानिदेशक बंशीधर तिवारी, शिक्षा निदेशक बंदना गरब्याल ART,शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी और विभाग के अन्य शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहे । इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी अधिकारियों को एचपी और सार्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर द्वारा तकनीकी रूप से भी अभिमुखीकरण करवाया गया। इस तकनीकी वाहन को तैयार करने में सीआईआईटी के संयुक्त निदेशक अमरेंद्र बेहरा और SARD के प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी की मुख्य भूमिका रही है जिन्होंने सभी संसाधनों से युक्त इस डिजिटल वहां को तैयार कर उत्तराखंड राज्य के पाठ्यक्रम के अनुरूप भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप तैयार किया। राज्यपाल गुरमीत सिंह द्वारा आह्वान किया गया कि आने वाले समय में ऐसे डिजिटल 95 वाहन उत्तराखंड राज्य को मिलनी चाहिए ताकि हर ब्लॉक को डिजिटल तकनीकी शिक्षण से लाभ मिल सके।
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