दी टॉप टेन न्यूज़ /देहरादून
मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया. जाकिर का जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था।सोमवार को उनके परिवार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में इसकी पुष्टि की गई. महान तबला वादक अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जिसे दुनिया भर के असंख्य संगीत प्रेमी संजोकर रखते हैं और उसका सम्मान करते हैं, परिवार के मुताबिक हुसैन इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित थे।उनके परिवार ने बताया कि वे पिछले दो हफ्ते से सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती थे। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में एडमिट किया गया था। वहीं उन्होंने आखिरी सांस ली।
हुसैन के परिवार में उनकी पत्नी एंटोनिया मिन्नेकोला, उनकी बेटियां अनीसा कुरैशी और इसाबेला कुरैशी हैं. उनके परिवार में उनके भाई तौफीक और फजल कुरैशी तथा उनकी बहन खुर्शीद औलिया भी हैं।
उनके पिता का नाम उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी और मां का नाम बीवी बेगम था। जाकिर के पिता अल्लाह रक्खा भी तबला वादक थे। जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के माहिम स्थित सेंट माइकल स्कूल से हुई थी। इसके अलावा उन्होंने ग्रेजुएशन मुंबई के ही सेंट जेवियर्स कॉलेज से किया था।
उन्होंने 3 वर्ष की आयु में अपने पिता से मृदंग (शास्त्रीय वाद्य) बजाना भी सीखा और 11 वर्ष की आयु में संगीत समारोहों में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. हुसैन ने अपने करियर में पांच ग्रैमी पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें से तीन इस साल की शुरुआत में 66वें ग्रैमी पुरस्कार में मिले थे।
जाकिर हुसैन ने सिर्फ 11 साल की उम्र में अमेरिका में पहला कॉन्सर्ट किया था। 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम ‘लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड’ लॉन्च किया था।
उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था।
बीते रोज मीडिया रिपोर्ट्स में जाकिर के निधन की खबर पर जाकिर की बहन ने कहा था कि मैं सभी मीडिया से अनुरोध करना चाहती हूं कि जाकिर के निधन के बारे में गलत जानकारी पर ध्यान न दें। उसकी हालत बहुत गंभीर है, लेकिन वे हमारे साथ हैं, वे जिंदा हैं। फेसबुक पर उनके निधन की खबरें देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा है। ये बहुत गलत है।
उस्ताद के भांजे अमीर औलिया की आईडी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट की गई कि जाकिर हुसैन के निधन की खबरें गलत चल रही हैं। ऐसी खबर हटाई जाएं और उनके स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करें।
हालांकि रविवार देर रात जाकिर हुसैन के निधन की खबर आई थी। भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी निधन संबंधी पोस्ट शेयर की थी। लेकिन बाद में इसे हटा लिया गया था। इसके बाद जाकिर की बहन और भांजे आमिर ने जाकिर के निधन की खबर को गलत बताया था।