दी टॉप टेन न्यूज़ /देहरादून
न्यू टिहरी : शिवालिक बाल विज्ञान फाउंडेशन ने क्रिएटिव उत्तराखंड और भारत ज्ञान विज्ञान समिति के साथ मिलकर न्यू टिहरी में दो दिवसीय विज्ञान कार्यशाला का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम में बच्चों के लिए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें प्रयोग सत्र, विज्ञान पुस्तक वितरण, विज्ञान प्रश्नोत्तरी और एकाग्रता बढ़ाने वाले खेल शामिल थे।
कार्यशाला में शिवालिक बाल विज्ञान फाउंडेशन की टीम के सात सदस्य मौजूद थे, जिनमें अध्यक्ष सुमित पाण्डेय, सचिव विनय जोशी, संयुक्त सचिव सुमित पाण्डेय, कोषाध्यक्ष हर्षित सामंत, प्रशासनिक अधिकारी हिमांशु तिवारी, समीर सिंह, और गौरव पांडेय शामिल थे।
संस्था अध्यक्ष सुमित पाण्डेय ने कहा, “इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना और उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करना है। हमें उम्मीद है कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों को विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और वे विज्ञान में नई ऊँचाइयों को छू सकेंगे।”
सचिव विनय जोशी ने अपनी बात रखते हुए कहा, “हमारा प्रयास है कि बच्चों को वैज्ञानिक प्रयोग और ज्ञान का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करें। इस कार्यशाला ने बच्चों को प्रयोगों के माध्यम से सीखने का मौका दिया है, जो उनके भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।”
मुख्य शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल शिवालिक चिल्ड्रन साइंस फाउंडेशन के कार्यों से काफी प्रभावित नजर आए, और आगे भी साथ मिलकर काम करने का आश्वासन देते हुए विभाग से हर संभव सहयोग की बात कही।
कार्यक्रम के आयोजक क़िताब कौतीक के हेम पंत और दयाल पांडेय ने शिवालिक बाल विज्ञान फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की। हेम पंत ने कहा, “यह कार्यशाला बच्चों के लिए एक अनूठा अनुभव रहा, जिसमें उन्होंने विज्ञान को न केवल किताबों से बल्कि वास्तविक जीवन के अनुभवों से भी सीखा साथ ही दयाल पाण्डेय ने बताया की, “शिवालिक बाल विज्ञान फाउंडेशन के साथ मिलकर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करना हमारे लिए गर्व की बात है। बच्चों की उत्सुकता और उनकी सीखने की ललक ने हमें भी प्रेरित किया है।”
कार्यशाला के दौरान बच्चों में विज्ञान के प्रति उत्साह और जिज्ञासा देखने को मिली। ऐसे कार्यक्रम बच्चों के भविष्य को संवारने और विज्ञान के प्रति उनके रुझान को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यशाला के सफल आयोजन में संस्था सलाहकार निर्मल कुमार न्योलिया एवं सत्यम चौरसिया का मार्गदर्शन रहा।