नशा मुक्ति को हँसिया उठा खेत मे उतरी उत्तराखण्ड पुलिस

आप भी जानिए किस जिले में चल रहा पुलिस का विशेष अभियान

दीपक फुलेरा-
दी टॉप टैन न्यूज़(उत्तराखण्ड)– आप ने पुलिस को अक्सर हथियार या लाठी के साथ देखा होगा। लेकिन अगर पुलिस हँसिया ,दराती उठा आप को खेतों या सड़क किनारे दिख जाए तो आप चौकिएगा नही। क्योंकि इन दिनों चम्पावत जिले की पुलिस नशे के खिलाफ अपने विशेष अभियान में है।जिले में भांग की खेती को नष्ट करने का बीड़ा चम्पावत पुलिस ने उठा रखा है। जिसके लिए विशेष अभियान के तहत पर्वतीय क्षेत्रों में अलग अलग थानों की पुलिस टीम हँसिया दराती उठा भांग की खेती को नष्ट करने  खेतो में उतर चुकी है। 
चम्पावत पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल के निर्देशन पर पिछले लंबे समय से जिले में भांग की खेती के समूल नाश करने का बीड़ा पुलिस द्वारा उठाया गया है। भांग की खेती की रोकथाम व नशे पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न इलाकों में पुलिस टीमें भांग की खेती को नष्ट करने का अभियान चला रही है।
नशे के खिलाफ पुलिस के इस अभियान में चाहे दरोगा हो या कॉन्स्टेबल सभी हाथों में हँसिया दराती या लाठी ले खेतो से भांग को नष्ट करने उतर पड़ते है। बीते आठ अक्टूबर को भी लोहाघाट थाने की टीम ने भी लोहाघाट आसपास के इलाकों में लगभग 35 नाली क्षेत्र से भांग की खेती को नष्ट किया ।लोहाघाट के खेतीखान रोड, फोर्टी मार्ग,कोलिढेक क्षेत्र में स्थानीय लोगो द्वारा की जा रही लगभग 35 नाली क्षेत्र की भांग की खेती को पुलिस द्वारा नष्ट किया गया था। 
नशे के खिलाफ चम्पावत जिले के पुलिस कप्तान की इस विशेष मुहिम का जंहा स्थानीय सामाजिक संगठन भी प्रशंसा कर रहे है। वही पूरे जिले में पुलिस टीम भी पूरे समर्पण भाव से भांग की खेती के समूल नाश को अपना अभियान लगातार जारी रखे हुए है। 
गौरतलब है कि अक्सर पर्वतीय इलाकों से मादक पदार्थ चरस की तस्करी के मामले सामने आते रहते है। उसके पीछे कही ना कही भांग की खेती का बड़े स्तर पर होना भी एक बड़ा कारण है। इसलिए चम्पावत पुलिस भांग की खेती को ही जिले में नष्ट कर नशे की इस बीमारी का समूल नाश करना चाहती है। ताकि नशे के चुंगल से एक ओर जंहा युवा पीढ़ी को बचाया जा सके वही पहाड़ से मादक पदार्थो की तस्करी पर भी पुलिस अंकुश लगा सके

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